साहब एक गजरा खरीद लो दो रोटी मेरी रसोई मे भी पक जायेगी महकेगा मालकिन के बालो मे जब गजरा उनके चेहरे मे भी तो मुस्कान आयेगी कुछ तो फ़र्क होगा हम दोनो की मुस्कुराहट मे पर वजह एक गजरा ही तो है जो कल फिर किसी और के मुस्कुराहट की वजह बन जाएगी #nojoto #afsana #gajra #worldpoetryday 💕💕💕