White याद है वो पहली मुलाकात बस स्टैंड पर खड़े होकर तुझे ढूंढ़ती वो तेरे दीदार को तरसती आँखें ! तुझे देखते ही मानो बंद हो गई हो मुझे सुनाई देती सारी आवाजे ! वो तेरा बस से उतर मुझ तक आना ! आते ही मेरी तरफ देख तेरा मुस्कुराना! मानो थम सा गया हो सारा जहां मेरा! तेरा मुझे यूं गले से लगाना! मानो मेरी बाहों मे हो फलसफा हमारा! वो तेरी मेरी बात चीत जिसमें जुड़े थे हजारों सपने! और एक दूसरे से खाई हजारों कसमें! मेरे कांधे पर सर रख के वो बेफिक्र हो जाना! और बिछड़ते वक्त तेरे चेहरा का मुरझाना! रुक सी गई थी वहीं पर मेरी सांसे ©Shivam #Thinking #safar #aankhein शायरी हिंदी