Nojoto: Largest Storytelling Platform

वो भी क्या दिन थे वो हसीं शाम थी मैं था और तुम थे

वो भी क्या दिन थे
वो हसीं शाम थी
मैं था और तुम थे
तुम्हें जाने की जिद्द थी
और हम रोके जा रहे थे
जाने किसके डर से तुम
सिमटे जा रहे थे
हमने समझाया बहुत पर
तुम नासमझ हुए जा रहे थे
अब तो अतीत हुआ पड़ा है सब
जाने किस किताब के पन्नो में
लिखा पड़ा है 
अब तो याद करता हूं उन बातों को
जो बीत गए याद बनकर
बीते उन यादों को
बहोत याद आते हो तुम
यादों के साथ बस तुम नही आते

©Explorer #Hindidiwas यादें
#यादें #अतीत #तुम #मैं #हमारी
वो भी क्या दिन थे
वो हसीं शाम थी
मैं था और तुम थे
तुम्हें जाने की जिद्द थी
और हम रोके जा रहे थे
जाने किसके डर से तुम
सिमटे जा रहे थे
हमने समझाया बहुत पर
तुम नासमझ हुए जा रहे थे
अब तो अतीत हुआ पड़ा है सब
जाने किस किताब के पन्नो में
लिखा पड़ा है 
अब तो याद करता हूं उन बातों को
जो बीत गए याद बनकर
बीते उन यादों को
बहोत याद आते हो तुम
यादों के साथ बस तुम नही आते

©Explorer #Hindidiwas यादें
#यादें #अतीत #तुम #मैं #हमारी
sumitgupta6543

Explorer

New Creator