बात-बात पे कहते हो, ये मोहब्बत-ए-गीरहा क्या हैं? अधूरे पन्नों का राज क्या हैं?, रुकी कलम का जवाब क्या हैं? ख्यालों में उसके सवाल क्या हैं?, होश ना आये तुझको वो बात क्या है? खामोशी वाले शब्द क्या हैं?, चाँद वाली वो रात क्या हैं? _इत्तु सा इत्तु सा पैग़ाम तुम्हारे नाम। बात-बात पे कहते हो, ये मोहब्बत-ए-गीरहा क्या हैं? अधूरे पन्नों का राज क्या हैं, रुकी कलम का जवाब क्या हैं ख्यालों में उसके सवाल क्या हैं?, होश ना आये तुझको वो बात क्या है?