सब कुछ तेरा मगर कुछ तो मेरा भी रख माना के कड़ी धूप परेशान करती है उज़ाला उसी से है,इसका एहसास तो रख तपिश में तपने से ही समझता है सुकून छाया का और कुछ नही तो दिल में उसका सम्मान तो रख चाहता नही खुदा तुमसे कुछ,लेकीन बहुत कुछ दिया है उसीने तुझको मान के निगहबाँ,उसका एहसान तो रख... आइए कुछ लिखते हैं। मेरी पंक्ति के साथ अपनी पंक्तियाँ जोड़ें... ( ग़ज़ल ) #ग़ज़ल #ग़ज़ल_अभ्यास #निदाफ़ाज़ली #yqdidi #yqbaba #collabwith_निदाफ़ाज़ली #YourQuoteAndMine Collaborating with Nida Fazli