हवेली सूनी हो गई है दिल ऐ मोहल्ले की दिल ऐ महल खण्डहर हो रहा है जिस्म में बस जरा सी ही साँस बची है -2 कमबख़्त दिल फिर भी तेरी ही याद में रो रहा है और नखरे तेरे वो बडे टीस दे रहे हैं धायल दिल को मेरे महसूस हो रहा है जख्मों पर कोई नमक रगड़ रहा है और तु लौट आ आज भी सांसे लौट सकती है मेरी -2 देख तेरे हाथो से मेरा हाथ फिसल रहा है मोहब्बत बेइंतिहा है तुझसे यकीं कर न कर -2 तु पूछ अपने दिल से वो किसे खो रहा है ❤ नशीली कलम #chai #हवेली #खंडर #kalakash #Love