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गालियाँ तब ठिठोली समझी जाती थी. ज़ब फेरो के वक़्त दू

गालियाँ
तब ठिठोली
समझी जाती थी.
ज़ब फेरो के वक़्त
दूल्हा दुल्हन  के लिये.
सहरा पढ़ा जाता
था

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  ठिठोली
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Arora PR

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ठिठोली #विचार

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