मैं ही पागल था जो उन्हें अपना समझ बैठा था, उनके साथ के चंद लम्हों में दुनिया समाए बैठा था, एक वो ही थे समझदार, जो हमें खिलौना समझ बैठे थे, हमे तड़पा तड़पा के, उनकी फितरत से वाकिफ करते थे। #sad #Morning #Shayari