जा रही हूँ... तू कहीं और मिला होता मुझे, जहाँ तुझे अपना बुला पाती मैं, बिना नज़रे चुराए तुझे अपना नाम बता पाती, बिना डरे अपनी पहचान जता पाती, बस अब मुझे यही से लौटना होगा वापस, खाली हाथ नहीं जा रही, बहुत सी यादें साथ ले जा रही हूँ, तेरा वो प्यार से एकटक देखना, आँखे मीच कर तेरा मुस्कुराना, उंगलियों से मेरे बालों को कानों के पीछे लाना, ओर फिर मेरे बालों में उलझ जाना तेरा, सोते हुए बिस्तर में आँखे मूँद कर हाथ टटोल कर मुझे ढूंढना, जा रही हूँ मैं अब पर साथ सारी यादें बटोर कर ले जा रही हूँ, छोड़ कर अब ये सब तेरा मेरा, कई दूर जा रही हूँ में... fursat_फुरसत #footsteps #alone #जा_रही_हूँ