जब आँख खुली तो समझ आया, सपना था, सपने में आया कोई अपना था, हक़ीक़त मैं दीदार होने से रही, तो क्यों ना जी लू तुझे सपनो में यूँ ही ! दुनिया सपनो की बुरी तो नहीं, हक़ीक़त कुछ भी हो, सपनो में पा लिया उनको, पल भर का प्यार था, भले झूठा ही सही! #NojotoQuote #writingafterlong #love#dreams#loveforwriting