मेरी बाहों का आलिंगन तुम, रूह को मयस्सर सुकून तुमसे ही। बिख़र कर सिमट जाऊँ तुम्हारे पहलू में, साँसों की रवानी तुमसे ही।। हो जाऊँ लिपिबद्ध बनकर, पावन एहसास तुम्हारी हृदयाट्टालिका पर। समाहित हो जाऊँ तुममें ही कहीं, ज़िंदगी की कहानी तुमसे ही।। ©shaifali thewriter love #Couple #Love #Hug