जज़्बातों की गहराई बस इतनी हो कि कोई रिश्ता उसी में डूब न जाए इतना कस के मत रखो की कोई रिश्ता खिंच कर टूट ही जाए ढील बस इतनी हो कि रिश्तों की पतंग किसी के हाथों कट न जाए @deepalidp ©Deepali dp #deepalidp #rahaterooh #mojzamiracle #Balanced