Nojoto: Largest Storytelling Platform

लब पर ख़ामोश सच्चाई लिये फ़िरती हूँ, नज़रों में बेरुख

लब पर ख़ामोश सच्चाई लिये फ़िरती हूँ,
नज़रों में बेरुख रुसवाई लिये फ़िरती हूँ।

ज़फ़ा-ए-इश्क़ में भीगी नज़्म के गगन में,
वफ़ा-ए-बंदिगी की रुबाई लिये फ़िरती हूँ। यूँ ही बस!!
#smriti_mukht_iiha #nojoto
लब पर ख़ामोश सच्चाई लिये फ़िरती हूँ,
नज़रों में बेरुख रुसवाई लिये फ़िरती हूँ।

ज़फ़ा-ए-इश्क़ में भीगी नज़्म के गगन में,
वफ़ा-ए-बंदिगी की रुबाई लिये फ़िरती हूँ। यूँ ही बस!!
#smriti_mukht_iiha #nojoto