दोषों से घिरा मेरा कल कितना आसान है किसी को दोषी ठहराना, सारी गलतियां खुद करते जाना और दोष दूसरो पर मठते जाना, कितना आसान है किसी को पल-पल रुलाना, और फिर वो पलट कर जवाब ना दे तो उसे दोषी ठहराना, किसी की अच्छाई का यू बेवजह फायदा उठाना, किसी को दोषी ठहरा कर किसी मासूम को रूलाना, खैर होगा एक दिन न्याय भी,फिर कैसा होगा उस दोषी का हाल, अपने दोषों को जानकर वो इंसान बड़ा पछताएगा, जब पल-पल खुद को दोषों में गिरा पाएगा, तब अपनी करनी पर मन ही मन रोना आएगा। #Doshi #Nojoto #Nojotohindi