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कब खौलेगा ख़ून तुम्हारा? फिर इस देश मे एक किशोरी ह

कब खौलेगा ख़ून तुम्हारा?

फिर इस देश मे एक किशोरी हवस की भेंट चढ़ाई गयी।
नीच-भेड़ियों-कुत्तों के द्वारा फिर-से तड़पायी गयी।

पूरी कविता कैप्शन में।🙏 फिर इस देश मे एक किशोरी हवस की भेंट चढ़ाई गयी,
नीच-भेड़ियों-कुत्तों के द्वारा फिर-से तड़पायी गयी।

सामूहिक यों नोचा गया है करके उसका शील-भंग,
कि अस्थि तक को तोड़ा गया है, काटा गया है अंग-अंग।

नंगा-नाच हुआ है विकृत हिंसा का फिर एक बार,
लज्जित-बेबस हो, मानवता फिर से रोई जार-जार।
कब खौलेगा ख़ून तुम्हारा?

फिर इस देश मे एक किशोरी हवस की भेंट चढ़ाई गयी।
नीच-भेड़ियों-कुत्तों के द्वारा फिर-से तड़पायी गयी।

पूरी कविता कैप्शन में।🙏 फिर इस देश मे एक किशोरी हवस की भेंट चढ़ाई गयी,
नीच-भेड़ियों-कुत्तों के द्वारा फिर-से तड़पायी गयी।

सामूहिक यों नोचा गया है करके उसका शील-भंग,
कि अस्थि तक को तोड़ा गया है, काटा गया है अंग-अंग।

नंगा-नाच हुआ है विकृत हिंसा का फिर एक बार,
लज्जित-बेबस हो, मानवता फिर से रोई जार-जार।

फिर इस देश मे एक किशोरी हवस की भेंट चढ़ाई गयी, नीच-भेड़ियों-कुत्तों के द्वारा फिर-से तड़पायी गयी। सामूहिक यों नोचा गया है करके उसका शील-भंग, कि अस्थि तक को तोड़ा गया है, काटा गया है अंग-अंग। नंगा-नाच हुआ है विकृत हिंसा का फिर एक बार, लज्जित-बेबस हो, मानवता फिर से रोई जार-जार। #Rape #आपबीती #कबतक #बलात्कार #gangrape #रेप #दुष्कर्म