हर कोई बताता नहीं कि दिल बहुत उदास है हर कोई जताता नहीं कि अंदर चुभ रही कोई फांस है बहुत कोशिशों से मोहब्बत छुपाकर सच तुमने कह दिया चेहरा है हरा-भरा लेकिन आंखों में गहरी प्यास है ये दौर है कौन सा ये वक्त की कैसी बिसात है धूप लगती है मखमली लेकिन हवाओं में खराश है... © trehan abhishek #उदासी #फांस #खराश #manawoawaratha #hindipoetry #hindishayari #restzone #yqdidi