आज फिर उसका ज़िक्र इन होठों पर आया है, गुज़रा हुआ लम्हा फिर कुछ राज़ बयान करने आया है, भीगी आँखों में फिर से एक सुकून का ख्वाब आया है, अब इस दुरी का भी गम नहीं हमे, जीने के लिए करीब बाकि जो तेरा साया आया है 💙💙 ©Gaurav Goyal आज फिर उसका जिक्र इन होंठों पर आया है ❤️❤️ #hindi_poetry #Hindi #Shaayari #P_S_Poetry #YourQuotes #Insaaniyt