जागी आंखों के सपनें आज भी बेक़दर से हैं हृदय! लोग़ ओहदों से नापते हैं हमारी मेहनत की क़ीमतों को... -रेखा मंजुलाहृदय " ©Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय" #मंज़िल #वक्त #मंजुलाहृदय #rekhasharma #Feb 28th, 2021 @12:21 am