की मौसम की रुख बदली बदली सी लगती है, अब चिड़िया की चहचहाहट पहली जैसी नहीं चहकती है, अब बगानों में पहले जैसी फूल नहीं महकती है| समय का दौर देखो कैसा आया, हर किसी ने खुद की सादगी को ही है गवाया| अब बदलाव ज़रूरी है, और कुछ बदलाव के लिए, इस दिल ने दे दी मंज़ूरी भी है | ❤ Bonjour Stitchers 🙋🏻 Our Beautiful Fabric #QShindi95 is out! 🤩