मत भूल उस रास्ते को जब तेरी मंज़िल बहुत क़रीब थी, रास्ता कठिन था पर पूरे होने कि उम्मीद थी, उस रास्ते में काटें थे तूने उस पर भी फूल बिछा दिए, जो कर न सका कोई तूने उस पर अपने नाम के झण्डे लहरा दिए ! #moon#isro#मंज़िल #आसमाँ #charchitkhandelwal