बंजर भूमि हो सकती है हरी- भरी, मेहनत कर बदल सकते हैं किस्मत। बस ठान लें की हम हारें नहीं, बस ठान लें की थमना नहीं, जब तक है भूमि पर मिट्टी और पानी, बीज बोना है हमारा कर्तव्य, समय के साथ है लड़ाई, और यही है हमारी कुर्बानी।। सुप्रभात। अगर हम ठान लें, अपनी क्षमता को जान लें... #अगरठानलें #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi