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कृपया करके पटाखों को सनातन धर्म से मत जोड़ों। सनात

कृपया करके पटाखों को सनातन धर्म से मत जोड़ों। सनातन धर्म में इतनी जानलेवा चीज़ का जिक्र नहीं हैं। सनातन धर्म कभी किसी प्राणी को नुकसान नहीं पहुंचाता लेकिन पटाखे न जाने कितने मासूम जानवरों के लिए परेशानी खड़ी करता है। तुम तो दीपावली को बड़े धूम धाम से मना लेते हो लेकिन वही रात जानवरो के लिए कितनी मुश्किल होती है। 
जानवरो में सुनने की क्षमता इंसानों की तुलना में काफ़ी ज्यादा होती है। अगर इंसान जानवरो की तरह सुनने लग गया न, तब पता चलेगा पटाखों का शोर कितना असहनीय होता है। इंसान तो इतने शोर को सहन भी नहीं कर सकता, वो पल भर में बहरा हो जायेगा। लेकिन जानवर पूरे दिन इस असहनीय शोर को सुनते है। 
शर्म तो उन लोगो पर आती है जो दीपावली को पटाखों के साथ जोड़ते हैं।
तुम सब तो भगवान के अति प्रिय प्राणी यानी जानवरो को ही नुकसान पहुंचा रहे हो, फिर तुम ये कैसे सोच सकते हो कि तुम दीपावली की पूजा करके भगवान को प्रसन्न कर सकते हो। 
वैसे तो दीपावली के दौरान घरों की सफाई की जाती है लेकिन उसी दिन गलियों को इतना गन्दा कर देते है तो क्या फायदा सफाई करने का? सफाई किसलिए करते हो किसी को पता है? वैसे मां लक्ष्मी को घरों में बुलाने के बात करते हो और अपने आस पास इतना गन्दा रखते हो?
अगर इतना ही सनातन धर्म से प्रेम करते हो, भगवान से प्रेम करते हो तो एक बार सनातन धर्म को पढ़ के देख लो, पता चल जायेगा कि ये पटाखे सनातन संकृति का हिस्सा है ही नहीं। 
दीपावली रोशनी का त्योहार है, भगवान राम के स्वागत का त्योहार है, इसको पटाखों से व्यर्थ मत करो🙏। दूसरे प्राणियों की जिंदगी में अंधेरा मत करो 🙏।
सनातन धर्म को कलंकित मत करो🙏।
दीपावली के खूबसूरत त्योहार को पटाखों से बर्बाद मत करो🙏।

©Chirag Bansal #happydiwali #dipawali #firecrackers #sanatandharm
कृपया करके पटाखों को सनातन धर्म से मत जोड़ों। सनातन धर्म में इतनी जानलेवा चीज़ का जिक्र नहीं हैं। सनातन धर्म कभी किसी प्राणी को नुकसान नहीं पहुंचाता लेकिन पटाखे न जाने कितने मासूम जानवरों के लिए परेशानी खड़ी करता है। तुम तो दीपावली को बड़े धूम धाम से मना लेते हो लेकिन वही रात जानवरो के लिए कितनी मुश्किल होती है। 
जानवरो में सुनने की क्षमता इंसानों की तुलना में काफ़ी ज्यादा होती है। अगर इंसान जानवरो की तरह सुनने लग गया न, तब पता चलेगा पटाखों का शोर कितना असहनीय होता है। इंसान तो इतने शोर को सहन भी नहीं कर सकता, वो पल भर में बहरा हो जायेगा। लेकिन जानवर पूरे दिन इस असहनीय शोर को सुनते है। 
शर्म तो उन लोगो पर आती है जो दीपावली को पटाखों के साथ जोड़ते हैं।
तुम सब तो भगवान के अति प्रिय प्राणी यानी जानवरो को ही नुकसान पहुंचा रहे हो, फिर तुम ये कैसे सोच सकते हो कि तुम दीपावली की पूजा करके भगवान को प्रसन्न कर सकते हो। 
वैसे तो दीपावली के दौरान घरों की सफाई की जाती है लेकिन उसी दिन गलियों को इतना गन्दा कर देते है तो क्या फायदा सफाई करने का? सफाई किसलिए करते हो किसी को पता है? वैसे मां लक्ष्मी को घरों में बुलाने के बात करते हो और अपने आस पास इतना गन्दा रखते हो?
अगर इतना ही सनातन धर्म से प्रेम करते हो, भगवान से प्रेम करते हो तो एक बार सनातन धर्म को पढ़ के देख लो, पता चल जायेगा कि ये पटाखे सनातन संकृति का हिस्सा है ही नहीं। 
दीपावली रोशनी का त्योहार है, भगवान राम के स्वागत का त्योहार है, इसको पटाखों से व्यर्थ मत करो🙏। दूसरे प्राणियों की जिंदगी में अंधेरा मत करो 🙏।
सनातन धर्म को कलंकित मत करो🙏।
दीपावली के खूबसूरत त्योहार को पटाखों से बर्बाद मत करो🙏।

©Chirag Bansal #happydiwali #dipawali #firecrackers #sanatandharm