बचपन और लंच ब्रेक वो बडे से क्लासरूम में वो छोटा से लंच बाक्स का आना इंटरवेल से पहले पूरा का पूरा डब्बा चुपके से खाली हो जाना अब भी उन पलों का बनकर याद बसेरा है जीवन में चन्द लम्हा फिर तू जिंदगी में ए बचपन लौट के आ जाना आमिल #lunchbreak बेबाक अल्फ़ाज़