मनीवैज्ञानिक सच-दूसरे वल्ल्ड वार के वक़्त हजारो सैनिकबुरी तरहदर्द सेचीरख रहे थे एक डॉक्टर केो उन सभी का इलाज कर उनके दर्दको कम करना था लेकिन डॉक्टर के पास इंजेक्शन में भरने के लिए दवाई कम थी तब डॉक्टर ने दिमाग से काम लिया उन्होंने इंजेक्शन में पानी भरा और मरीजों को लगाना शुरू : दिया और मरीजों का दर्द भी कम होने लगा क्योंकि मरीजों को नहीं पतो था कि दवाई नकली है बाद में उस डॉक्टर ने रिसर्च की तो उन्हें पत बड़ी बीमारी का इलाज नकली दवाई से विया जा सकता है और इसे विज्ञान की भाषा में placebo effect कहा जाता है.इसलिए ज्यादातर डॉक्टर भले ही अच्छी दवाई नदेते हों लेकिन वो आपको इस बात पर यकीन दिलवा देते की इस दवाई को खाने से आप ठीक हो जाओगे और आप सच मे ठीक हो जाते हो. #NojotoQuote