बाद मुद्दत वो नजर आये! वैसे ही... चेहरा ऊपर नजर झुकाये!! गुलाबी दुपट्टे को बेतरतीब ओढ़ा था! मेरा ख़ून नसों में बड़ी तेज़ दौड़ा था!! देख कर उनकी आँखों में सुकूँ आया! नजर उनकी आँखों में मुझे मेरा अक़्स आया!! कहा मैंने बस अब मुआफ़ कर....! मेरे इंतज़ार का अब हिसाब कर!! तेरा ख़याल मुझे और कितना रुलाएगा! वक़्त के साथ एक रोज़ "स्वयं" भी गुज़र जायेगा!! बस.....!! Let me in