तुझे चाहना अब गलत लगता है ना जाने क्यों जमाने की बातें अब सच्ची लगती है शायद नसीब में मेरे खुशी का कोई राह नहीं तभी तो हर मंजिल में दर्द की एक नई वजह मिलती है #mnjil