वो इश्क़ नहीं इबादत था मेरा,.
ऐसे तो न बदला होगा ..
यकीनन मेरे मौला ,उसे किसी ने छला होगा ..
की होगी तौहीने इश्क़ ,गलतफमियों का जाल बुना होगा ..
कि बन जाए हकीकत ,कुछ ऐसे फरेबी रंग भरा होगा ...
हाँ यकीनन वो लेकर मेरा नाम,
चाल अपनी चला होगा ...
[किया होगा गुमराह ,कुछ किस्सा ए जुल्म धरा होगा .. #kavishala#ishq#nojotohindi#kalakash#TST