उतार दो रुख से जबरदस्ती का पर्दा कुछ दिवानों का द

उतार दो रुख से जबरदस्ती का पर्दा 
कुछ दिवानों का दिल तुमपे आया हुआ है,

ना आया तेरा चेहरा पर्दे के बाहर अब तक 
दिल दिवानों का सीने से बाहर आया हुआ है, 

कुछ तेरे काबिल नहीं कुछ के काबिल तू नहीं 
सब को तेरे पर्दे ने उलझाया हुआ है, 

अपने हाल से अंजान हुए बैठे हैं लोग 
सबको तुमने बेहाल बनाया हुआ है, 

तुम खुदा नहीं मगर कुछ तो जरूर हो
जो दिवानों ने तुम्हारे सजदे में सिर झुकाया हुआ है, 

 #NojotoQuote
उतार दो रुख से जबरदस्ती का पर्दा 
कुछ दिवानों का दिल तुमपे आया हुआ है,

ना आया तेरा चेहरा पर्दे के बाहर अब तक 
दिल दिवानों का सीने से बाहर आया हुआ है, 

कुछ तेरे काबिल नहीं कुछ के काबिल तू नहीं 
सब को तेरे पर्दे ने उलझाया हुआ है, 

अपने हाल से अंजान हुए बैठे हैं लोग 
सबको तुमने बेहाल बनाया हुआ है, 

तुम खुदा नहीं मगर कुछ तो जरूर हो
जो दिवानों ने तुम्हारे सजदे में सिर झुकाया हुआ है, 

 #NojotoQuote