White पल्लव की डायरी दर्दो को लोग आँसू बहाकर कम कर लेते है ताने और दोष देकर हल्का मन कर लेते है गिना देते है गृहस्थी के काम कद मर्द का कम कर देते है परवरिश की पीड़ा चैन लेने नही देती है जोखमो में जिंदगी डालते मुस्कराकर डिमांडे पूरी करते है सूरज की तरह होते है पति और पिता खुद जलकर रोशन परिवार करते है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Sad_shayri खुद जलकर रोशन परिवार करते है