कभी सुख की झलक, कभी भीगी पलक, घनघोर घटा, रवि आने तलक, कर देती व्यथा से चूर कभी, कभी फिर होती उठने की ललक, यह मौसम खेल निराला है, सीखों से भरी, इक माला है, इसको समझो तो बात भली, अनुभव ये एक विकराला है... आशा और निराशा से ऊपर उठ कर जीवन चक्र में शामिल हो हर परिस्थिति का दृष्टा होता है एक लेखक। Collab करें YQ Didi के साथ। #मौसमआयेजाए #yqdidi #yqbaba #collab ......