प्रेम का धागा... तुम्हारी सांसों को मैं अपने प्राण के सांसों की माला बनालू मेरी महक को तुम अपने रुह की पहचान बना लो यूँ खो जाए हम एक दूसरे में... दो शरीर एक आत्मा के संग अपना ख़ुशी की एक घर बनाले..🤗❤️❤️ सुप्रभात... 🤗☕️☕️