#har_ghatna_har_durghatna_ke_ham_bhi_to_hissedar_hai
कृपया ध्यानपूर्वक पढ़ें!
इस कविता का उद्देश्य उन सभी को मार्ग मे लाना है, जो अपनी मान-मर्यादा और परम्पराओं को भूल चुके हैं और ज़माने को याद दिलाने की कोशिश करते हैं की उनका सम्मान होना चाहिए, उन्हे पूजा जाना चाहिए..!!
कविता का उद्देश्य उन लोगों को ठेस पहूँचाना बिल्कुल भी नहीं है जो अपने परिवार, समाज एबं मान मर्यादाओं का ध्यान रखते हैं..!
इसके अलावा में किसी पीडित य़ा किसी महिला/पुरूष की भावनाओं को बिल्कुल भी आहत नहीं करना चाहता..!!
ना ही मे अपने बिचार अनावश्यक रुप से किसी पर थोपना चाहता हूँ..!!
कृपया कविता को एक उत्तम रचना मानकर ही पढें..!!
धन्यवाद!!