शुभ रात्रि भाई साहब मीठी मीठी याद पलकों मैं सजा लेना साथ गुज़रे पल को दिल मैं बसा लो दिल को फिर भी न मिले सुकून तो मुस्कुरा कर मुझे सपनो मैं बुला लेना good night mere dost