देखा एक ख़्वाब तो, आशियाना बनाना है ... कोई बताए कहां जाऊं ... जमीन भी नहीं है ... जंगल भी नहीं है ... दिलों में नफरतें भरी पड़ी है.. आशियाना बनाना है ... कोई बताए कहां जाऊं ... #आशियाना