ना जानू पूजन मैं, ना जानू कथा कोई मैं, माँ तुमसे ही ये श्वास हैं, तुम से ही सब आस है, भोली तेरी ये भक्त, ना जाने रीत कोई, तेरे ही भरोसे तो मैया, हर मुश्किल का हल पाया, प्यार और ममता की मूरत, भूली दुःख मैं देख तेरी सूरत, त्याग और प्रेरणा तुम, दुष्टों का करती नाश, तुमसे ही तो विश्वास, तुम से ही उल्लास हैं, तुम ही तो चाह हो, दिखाती तुम ही राह हो, तुम में ही बसते हैं प्राण, माँ को देखती जब भी, मैया आती तुम भी याद, रिश्ता जो तेरा मेरा सबसे न्यारा, बस बनी रहूँ तेरी आँखों का तारा, शिकवा शिकायत सब करुगी, आशीष रखना सब स्वीकार करुगी। ©Priya Gour माँ ❤❤ #navratri #2April 12:33