कलाई पर बंधी ये राखी आज भी, जब हुआ आमना सामना उन दोनों का ,वक्त ठहर सा गया कलाई पर बंधी ये राखी याद दिला गयी बचपन के वो दिन जो ना जाने कहाँ खो गए ।