राखी पर कलाई भी पूरी भर जाती है मेरी। कोई एक दो नहीं, पूरी ग्यारह बहने है मेरी।। कभी छिपाता हूं, कभी कहने से कतराता हूं। मैं सबसे छोटा हूं, इसलिए बात नहीं करपाता हूं।। ऐसा नहीं है कि हर बात दब जाती है मेरी। कोई एक दो नहीं पूरी ग्यारह बहने है मेरी।। सबसे बड़ी है एक बहन जिसे ज्यादा जानता नहीं। पर ऐसा भी नहीं के उसे बहन मैं मानता नहीं।। कुछ हम उम्र भी है पर फिर भी मुझसे बड़ी है। नोंक-झोंक जिनसे अक्सर होती रहती है मेरी।। कोई एक दो नहीं पूरी ग्यारह बहने है मेरी।। कुछ की बिदाई बचपन में ही हो गई थी मेरे। कुछ हुई बिदा जवानी में मेरी। अपने अपने घर में सभी व्यस्त रहती है। आती नहीं है बहने पर राखी जरूर भेजती है।। आखिर रक्षाबंधन पर कैसे रह जाए कलाई सूनी मेरी। कोई एक दो नहीं पूरी ग्यारह बहने है मेरी।। #sisterslove #बहने #रक्षाबंधन #राखी #राखीकात्योहार #yqdidi को भी रक्षाबंधन मुबारक। #hindiwriters #tarunvijभारतीय