प्रमाण पत्र... मुझे किसी प्रमाण पत्र की आवश्यकता नही भै अब हाँ जैसी भी हूँ ,स्वयं से आश्वस्त हूँ मैं क्या पहनूं ,क्या करती हूँ क्यों मैं ही इन बंधनों में बंधू हमेशा स्पष्टीकरण सदैव मुझसे ही क्यों? क्या पुरुष चरित्रहीन नही हो सकता कटघरों में खड़े हो लांछन लगाते हो सिर्फ और सिर्फ एक नारी पर तुम ! क्या यही है न्याय या आधुनिकता का जामा पहने ,रूढ़ीवादी सोच को थोपने का करते हो प्रयास । रश्मि वत्स ©Rashmi Vats #प्रमाणपत्र #MereKhayaal