राहों में कहीं अनजान लोग अपने बने फिर उन्ही अपनो के साथ कहीं सपने बुने पर जब वक्त बिछड़ने का आया अपनो से ठिकाने दर्दो गम तन्हाई फिर दिल अपने बने #AhmedQureshi #Student_Life