कविता शीषर्क : "भैसों वाला जम" खटमल मरा खाट में मच्छर हुआ नाकों दम किट पतंग झुलस गए बजी नाक से सीटियाँ बच्चे डर के चढ़े सीड़ियाँ मिशाइल कि आव़ाजो से थर थर काँप उठा खर्राटों से बीबी की एक्सलेटर पर पाँग गई जम "शौहर हिम्मत कर बोले मर गए हम" भेज दो परवरदिगार "भैसों वाला जम" "बीबी को कुछ कह नहीं सकते हम" ऐ खुद़ा तेरे पास "आर रहे हैं हम" ©Anushi Ka Pitara #नीदों #के #खरार्टे #Hope