सफ़र में सफ़र दुनियां मे रेलवे का सफ़र हर जगह मे इक अलग ही रौनक है! देख तू अभिषेक इस भीड़भाड़ में लोगों की सब की इक अलग ही खनक है! और आती जाती रेल गाड़ीयों की इनकी आवाज़ की अपनी इक अलग ही झनक है! जो पड़ते है गाँव खेत खलीयान नदियाँ जंगल रास्ते में इनकी इक अलग ही महक है! ©abhishek sharma #rail #Poetry #Quotes #ghazal #Thoughts #Shayari #kavita