तेरे जैसा यार सबको मिल जाये तो क्या हो, ये दुआ सबकी कुबूल हो जाये तो क्या हो। ना ज़रूरत हो बाकी जन्नत-ए-जहां की यहाँ, इस तरह ये जहाँ जन्नत बन जाये तो क्या हो। तेरे जैसा यार