बहुत मुश्किल से खड़ी हुई थी मैं कि तूने मुझे एक पल में फिर गिरा दिया पंख लग ही रहे थे मेरे सपनो को अरसो बाद के तूने मुझसे मेरा हौंसला ही छीन लिया बोलता था कि तू मेरी रग रग से वाकिफ हैं ऐसा था तो क्यों फिर मेरी रूह तक को मार गया अब कहां से वो हौसला लाऊ मैं अपने इस दर्द से कैसे पीछा छुड़ाउ मै टूटी हुई सी खुद को अब क्या कहकर मनाऊं मैं #harshlessons #fakepeople