साहिल गुनगुना रही है क़ायनात सारी मुस्कुरा रही है दुनिया मेरी, जो कुछ कदम चलने थे ख़ुद से आज उन कदमों को मेरे साथ मिल गया, जो सपनें देखें थे अकेले आज उन सपनों को मेरे राही मिल गया, जो बीच मझधार में थी आज तक आज मुझे वो साहिल मिल गया, ख़ुदा गवाह है मेरे दिल का जिसे रखा था मैंने संभाल आज वो दिल गया है मेरे दिल से..l #साहिल