वो बातो ही बातो मे, रहमत बरसाता है पलभर मे रब, पलभर मे, अजनबी बन जाता है सारी दुआए, कूबूल की थी, उसकी तूने सारी दुआए, कूबूल की थी, उसकी तूने,... क्या रोज वो तेरे मंदिर तक पैदल चलकर आता है??