कुछ देर और भी लड़ सकते थे तुम कुछ पल और भी ठहर सकते थे तुम अन्दाज़ा तुम्हें था नहीं ये हश्र तुम्हारा होगा कुछ देर सोच कर फ़ैसला बदल सकते थे तुम इतने जल्द बाजी में तुम थे रुके नहीं कुछ पल मेरे संग पैदल चल सकते थे तुम गलत सलूक कभी मैने किया नहीं तुमसे मुझमे अराम से ढल सकते थे तुम एक फ़ैसले ने इतना दूर कर दिया हमे ज़रा सा ठहर कर फ़ैसला बदल सकते थे तुम! ©Saurav Das #बदल #सकते #थे #तुम #meltingdown