#मेरी_जिंदगी_में_आते_तो_कुछ_और_बात_होती... मेरी जिंदगी में आते तो कुछ और बात होती मेरे साथ-साथ होते तो कुछ और बात होती कि अधूरा हूं मैं तुम बिन, हो तुम ना पूरे मुझ बिन हर रात बात होती तो कुछ और बात होती मेरी रूह भी ये पूछे मुझसे सवाल निश दिन तुम ख्वाब में न आते तो कुछ और बात होती हकीकत है मुझसे नाराज़ क्यों नहीं तुम मेरे पास तुम बिछड़ के फिर मिल जाती तो कुछ और बात होती। मेरी अस्तित्व मुझसे छीन के चले गये तुम मिल के मेरी जगह तुम जो रहते, तुम भी सवाल करते क्यों छीन लिया रब ने पूरी न की फरियाद मेरी तुम आत्मसात होते तो कुछ और बात होती।। #लवयूज़िन्दगी