"रंग उड़ने दो" जी भर के खिल ख़िलालो खुश रहो और दूसरों को भी खुश कर दो रंग उड़ने दो, सबकी ज़िन्दगी में खुशी के रंग भर दो उम्मीद बस खुद से रखो पर सबसे मिलजुल कर रहो रंग उड़ने दो अपना दर्द अपने अंदर ही रखो पर चहरे पर मुस्कान भी रखो रंग उड़ने दो बस तुम यूँही खिल खिलाकर हस्ते रहो मस्त रहो खुश रहो, रंग उड़ने दो...रंग उड़ने दो... रंग उड़ने दो खुश रहो और खुशाली बाटो