लक्ष्य भेद बढ़े चलो... जिंदगी मिली है तुम्हें तो जी भर जी लो उसको क्या करना है जीवन में सोच समझ कर बढ़ लो तय कर लो कहाँ जाना है कौन सी राह पकड़नी है तेज़ गति कर लो अपनी धैर्य संयम को बनाये रखो मत घबराना कठिनाईयों से खोना मत साहस कष्टों में देर लगेगी कुछ पाने में खोना भी होगा चैन तुम्हें तन-मन का संतुलन कर निरंतर अग्रसर होते चलो रख नज़र लक्ष्य पर अपने कर्मठता से उसे भेद चलो मुनेश शर्मा मेरी✍️🌈🌈🌈 लक्ष्य को अपने भेद चलो...