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वक्त ने कुछ ख्वाब छीने , में देखता रह गया ! जिंदग

वक्त ने कुछ ख्वाब छीने ,
में देखता रह गया !

जिंदगी के सवालों ने जवाब छीने , 
में देखता रह गया !

मैने इंतजार किया , हालात बदलेंगे 
में देखता रह गया !

लगा किस्मत बदलेगी,तकदीर बदलेगी
मैं बस देखता रह गया !

मैने ज़िद की संघर्ष की ,
अब बारी वक्त की थी, ज़माने की थी 
और वो बस देखता रह गया !
                                                  (C .J.)

©Chetan
  देखता रह गया...!
chetanjangid6533

Chetan

New Creator

देखता रह गया...! #कविता

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